"रिश्ता" दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं, "नाराजगी" शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं! सड़क कितनी भी साफ हो "धुल" तो हो ही जाती है, इंसान कितना भी अच्छा हो "भूल" तो हो ही जाती है!!! आइना और परछाई के जैसे मित्र रखो कयोकी आइना कभी झूठ नही बोलता और परछाई कभी साथ नही छोङती...... खाने में कोई 'ज़हर' घोल दे तो एक बार उसका 'इलाज' है.. लेकिन 'कान' में कोई 'ज़हर' घोल दे तो, उसका कोई 'इलाज' नहीं ह " मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को 'अहमियत' देता हु... क्योकी जो 'अच्छे' होंगे वो 'साथ' देंगे... ओर जो 'बुरे' होंगे वो 'सबक' देंगे...!! अगर लोग केवल जरुरत पर आपको याद करते है तो बुरा मत मानिये बल्कि गर्व कीजिये क्योंकि मोमबत्ती की याद तभी आती है जब अंधकार होता है।
Rishta Dil Se Hona Chaiye
"रिश्ता" दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं, "नाराजगी" शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं! सड़क कितनी भी साफ हो "धुल" तो हो ही जाती है, इंसान कितना भी अच्छा हो "भूल" तो हो ही जाती है!!! आइना और परछाई के जैसे मित्र रखो कयोकी आइना कभी झूठ नही बोलता और परछाई कभी साथ नही छोङती...... खाने में कोई 'ज़हर' घोल दे तो एक बार उसका 'इलाज' है.. लेकिन 'कान' में कोई 'ज़हर' घोल दे तो, उसका कोई 'इलाज' नहीं ह " मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को 'अहमियत' देता हु... क्योकी जो 'अच्छे' होंगे वो 'साथ' देंगे... ओर जो 'बुरे' होंगे वो 'सबक' देंगे...!! अगर लोग केवल जरुरत पर आपको याद करते है तो बुरा मत मानिये बल्कि गर्व कीजिये क्योंकि मोमबत्ती की याद तभी आती है जब अंधकार होता है।